मंगलवार, 26 अप्रैल 2016

DPC से पदोन्नत शिक्षकों को क्या PL वगैरह का लाभ देय हैं ?

DPC से पदोन्नत शिक्षकों को क्या PL वगैरह का लाभ देय हैं ?

विभागीय पदौन्नति समिति की सिफारिश होने पर 10 उपार्जित अवकाश का लाभ दिया जाता है यदि
1 पदौन्नति स्थान पर कार्यग्रहण करे
2 कार्यमुक्ति और कार्यग्रहण स्थान की दूरी 15 km से अधिक हो।
3 पदौन्नति की अपेक्षित योग्यता रखता हो।
4 कई बार पदौन्नति स्थान पर कार्यग्रहण करने से पूर्व स्थान का संशोधन होता है तो लाभ नहीं दिया जाता।

Benefits of National Pension Scheme (NPS)

Benefits of National Pension Scheme (NPS)

Financial Impact on Employees Under National Pension Scheme (NPS)

The National Pension System (NPS) has been designed giving utmost importance to the welfare of the subscribers under NPS. There are a number of Benefits of National Pension Scheme (NPS) available to the employees under NPS. Some of the benefits are enlisted below:

• NPS is a well designed pension system managed through an unbundled architecture involving intermediaries appointed by the Pension Fund Regulatory and Development Authority (PFRDA) viz, pension funds, custodian, central record keeping and accounting agency, National Pension System Trust, trustee bank, points of presence and annuity service providers. It is prudently regulated by PFRDA which is a statutory regulatory body established to promote old age income security and to protect the interests of subscribers of NPS.

• Dual benefit of low cost and power of compounding – The pension wealth which accumulates over a period of time till retirement grows with a compounding effect. The all-in-costs of the institutional architecture of NPS are among the lowest in the world.

शुक्रवार, 15 अप्रैल 2016

On a lighter vein

On a lighter vein

Which is the most dangerous Alphabet

Answer -- " W ".

It is tension generator..

All the worries get initiated with ' w '. .

Who

Why

What

When

Which

Whom

Where

War 

Wine

Whisky

Wealth

Work

Worries

Woman

& finally. . .

Believe it or not
** WIFE **
and the most dangerous question coming from w (wife) .

Woh kaun thi ?

All The Major Things A Woman Needs In Her LifeTime that is of course reverse of W

Letter 'M'. Ⓜ

Ⓜ Man.
Ⓜ Money.
Ⓜ Make-Up.
Ⓜ Motor Car.
Ⓜ Movies.
Ⓜ Masti.
Ⓜ Mall.

Last But Not The Least.
And The 2 Most Imp.
.......
ⓂMaid &  ⓂMaaikewaale.

Dedicated to all Wives by their dear Husbands: A new version of the famous lines from "SILSILA":
"Main aur Meri Tanhaai aksar yeh Baate karte hain, Tum hoti to aisa hota, Tum hoti to waisa hota,

AUR TUM na hoti to
PAISA hota."

कुछ रह  तो नहीं गया?

  कुछ रह  तो नहीं गया?

"अरे सब सामान ले लिया क्या? बस में किसी का कुछ रह तो नहीं गया?

"जी सर, सब ले लिया ।" स्कूल ट्रिप से वापिस आये सब बच्चे एक साथ चिल्लाये । और बस से उतरकर घरकी तरफ दौड़ गए ।

"सर, फिर भी बस में देख लेना ।"
हेडमास्टर जी का हुकुम होते ही सर वापिस बस में गए । बस में नजर घुमाते ही पता चला बहुत कुछ रह गया है पीछे । वेफर्स, चॉकलेट के रैपर्स और कोल्ड ड्रिंक पानी की खाली बोतले पड़ी थी । जबतक ये भरे थे, तबतक ये अपने थे । खाली होते ही ये अपने नहीं रहे । जितना हो सके, सर ने कैरी बैग में भर दिया और बस से उतरने लगे ,
"कुछ रह तो नहीं गया ?" हेडमास्टर के फिर से सवाल पूछने पर सर ने हँस के नहीं का इशारा किया ।
पर अब सर का मन "कुछ रह तो नहीं गया?" इस सवाल के इर्द गिर्द घूमने लगा । जिंदगी के हर मोड़पर अलग अलग रूप में यही सवाल परेशान करता है ।
इस सवाल की व्यापकता  इतनी बड़ी होगी ये सर को अभी पता चला ...
बचपन गुजरते गुजरते कुछ खेल खेलना रह तो नहीं  गया?

जवानी में किसी को चाहा पर जताने की हिम्मत नहीं हुई... कुछ रह तो नहीं  गया?

जिंदगी के सफ़र में चलते चलते हर मुकाम पर यही सवाल परेशान करता रहा.... कुछ रह तो नहीं गया?

3 महीने के बच्चे को दाई के पास रखकर जॉब पर जानेवाली माँ को दाई ने पूछा... कुछ रह तो नहीं  गया? पर्स, चाबी सब ले लिया ना?
अब वो कैसे हाँ कहे? पैसे के पीछे भागते भागते... सब कुछ पाने की ख्वाईश में वो जिसके लिये सब कुछ कर रही है ,वह ही रह गया है.....

शादी में दुल्हन को बिदा करते ही
शादी का हॉल खाली करते हुए दुल्हन की बुआ ने पूछा..."भैया, कुछ रह तो नहीं गया ना? चेक करो ठीकसे ।.. बाप चेक करने गया तो दुल्हन के रूम में कुछ फूल सूखे पड़े थे ।  सब कुछ तो पीछे रह गया... 25 साल जो नाम लेकर जिसको आवाज देता था लाड से... वो नाम पीछे रह गया और उस नाम के आगे गर्व से जो नाम लगाता था वो नाम भी पीछे रह गया अब ...

"भैया, देखा? कुछ पीछे तो नहीं रह गया?" बुआ के इस सवाल पर आँखों में आये आंसू छुपाते बाप जुबाँ से तो नहीं बोला....  पर दिल में एक ही आवाज थी... सब कुछ तो यही  रह गया...
बडी तमन्नाओ के साथ बेटे को पढ़ाई के लिए विदेश भेजा था और वह पढ़कर वही सैटल हो गया , पौत्र जन्म पर बमुश्किल 3  माह का वीजा मिला था और चलते वक्त बेटे ने प्रश्न किया सब कुछ चैक कर लिया कुछ रह तो नही गया ? क्या जबाब देते कि अब छूटने को बचा ही क्या है ....
60 वर्ष पूर्ण कर सेवानिवृत्ति  की शाम पी ए ने याद दिलाया चेक कर ले सर कुछ रह तो नही गया ; थोडा रूका और सोचा पूरी जिन्दगी तो यही आने- जाने मे बीत गई ; अब और क्या रह गया होगा ।
"कुछ रह तो नहीं गया?" शमशान से लौटते वक्त किसी ने पूछा । नहीं कहते हुए वो आगे बढ़ा... पर नजर फेर ली, एक बार पीछे देखने के लिए....पिता  की चिता की सुलगती आग देखकर मन भर आया । भागते हुए गया ,पिता के चेहरे की झलक तलाशने की असफल कोशिश की और वापिस लौट आया ।।
दोस्त ने पूछा... कुछ रह गया था क्या?
भरी आँखों से बोला...नहीं कुछ भी नहीं रहा अब...और जो कुछ भी रह गया है वह सदा मेरे साथ रहेगा ।।
एक बार समय निकालकर सौचे , शायद पुराना समय याद आ जाए, आंखें भर आएं और आज को जी भर जीने का मकसद मिल जाए।।

बुधवार, 6 अप्रैल 2016

निगेटिव में पॉजिटिव सोच

निगेटिव में पॉजिटिव सोच

एक युवा महिला अपनी डाइनिंग टेबल पर बैठी थी और चिंतित थी, इस बात से परेशान थी कि, इनकमटैक्स देना पड़ता है। घर का ढेरों काम करना होता है और ऊपर से कल त्यौहार के दिन लंच पर बहुत से रिश्तेदार भी आने वाले हैं।
कुल मिलाकर वो बहुत परेशान थी।

करीब ही उसकी 10 साल की बिटिया अपनी स्कूल नोटबुक लिए बैठी थी।माँ के पूछने पर वो बोली---" टीचर ने होमवर्क दिया है (Negative Thanks giving) और कहा है कि, उन चीजों पर एक पैरेग्राफ लिखो जो प्रारम्भ में हमें अच्छी नहीं लगतीं, लेकिन बाद में वो अच्छी ही होती हैं। मैंने एक पैरेग्राफ लिख लिया है। "

उत्सुकतावश माँ ने बेटी से नोटबुक ली और पढ़ने लगी कि, उसकी बेटी ने क्या लिखा है।
बेटी ने लिखा था,

“ मैं अपनी फाइनल एग्जाम को धन्यवाद देती हूँ क्योंकि इसके बाद स्कूल बंद होकर छुट्टियाँ लग जाती हैं। "

" मैं उन कड़वी खराब स्वाद वाली दवाइयों को धन्यवाद देती हूँ जो मेरे स्वस्थ होने में सहायक होती हैं। "

" मैं सुबह सुबह जगाने वाली उस अलार्म क्लॉक को धन्यवाद देती हूँ जो सबसे पहले मुझे बताती है कि, मैं अभी जीवित हूँ। "

पढ़ते पढ़ते माँ ने महसूस किया कि, उसके खुद के पास भी तो बहुत कुछ ऐंसा है जिसके लिए वो भी धन्यवाद कह सकती है।

उसने फिर सोचा,

" उसे इनकमटैक्स देना होता है, इसका मतलब है कि वो सौभाग्यशाली है कि, उसके पास एक अच्छी सैलरी वाली बढ़िया नौकरी है। "

" उसे घर का बहुत काम करना पड़ता है, इसका मतलब है कि उसके पास एक घर है, एक आश्रय है। "

" उसे परिवार के बहुत से सदस्यों के लिए खाना बनाना होगा, इसका मतलब है कि उसके पास एक बड़ा परिवार है जिनके साथ वो त्योहारों पर सेलिब्रेट करती है। "

मॉरल :

हम निगेटिव बातों या चीजों को लेकर बहुत शिकायतें करते हैं लेकिन उनके पॉजिटिव पक्ष को समझने, देखने में असमर्थ रहते हैं।
आपके निगेटिव में क्या पॉजिटिव है, उसे समझिए और अपने हर दिन को एक बेहतरीन दिन बना लीजिए।

जय जय श्री राधे

सोच को बदलना है ख़ुद को नहीं....

रविवार, 3 अप्रैल 2016

वसीयत से नसीयत

वसीयत  से नसीयत

एक दौलतमंद इंसान ने अपने बेटे को वसीयत करते हुवे कहा "बेटा मेरे मरने के बाद मेरे पैर मे ये फटे हुवे मोज़े (शॉक्स) पहना देना, मेरी यह ख्वाहिश जरूर पूरी करना ! बाप के मरते ही गुस्ल देने के बाद बेटे ने आलिम से बाप की ख़ाहिश बताई, आलिम ने कहा हमारे दीन मैं सिर्फ कफ़न पहनाने की इज़ाज़त है, पर बेटे की ज़िद थी की बाप की आखरी ख़ाहिश पूरी हो, बहस इतनी बढ़ गई की शहर के उलमाओं को जमा किया गया लेकिन कोई नतीजा नहीं निकला, इसी माहोल मे एक शक़्स आया और आकर बेटे के हाथ मे बाप का लिखा हुवा खत दिया जिस मे बाप की नसीयत लिखी थी

"मेरे प्यारे बेटे"
देख रहे हो ? कसीर माल और दौलत, बंगलो, गाडी और बड़ी बड़ी फैक्ट्री और फॉर्म हाउस के बाद भी मैं एक फटा हुवा मोजा तक नहीं ले जा सकता, एक रोज़ तुम्हे भी मौत आएगी, आगाह हो जाओ तुम्हे भी एक कफ़न मे ही जाना पड़ेगा, लेहाज़ा कोशिश करना दौलत का सही इस्तेमाल करना, नेक राह मैं ख़र्च करना, बेसहाराओं को सहारा बनना क्युकी क़ब्र में सिर्फ तुम्हारे आमाल ही जाएंगे"