शनिवार, 26 अगस्त 2017

IFMS पर अपने विधालय का बजट कैसे चेक किया जाता है

*ifms पर अपने विधालय का बजट कैसे चेक किया जाता है*
*उत्तर*
⬇IFMS.RAJ.NIC. IN पर क्लिक करें।
⬇बजट पर क्लिक करें।
⏬लोगिन  पर guest डाले
⏬पासवर्ड मेंGuest@321डाले।
⬇कैप्चा में संख्या भरें।तथा लोग इन करें।
⬇Welcome to IFMS pr OK kren.एक नई स्क्रीन खुलेगी ।इसमें ऊपर बाई साइड में Finance पर क्लिक करें।
⬇ Finance
➡Budget Distribution
➡Report
➡Latest Budget Balance in Passbook Format.
⬇नई स्क्रीन पर Financial Year me 2017-18का चुनाव करें।
⬇Enter office ID daalkar सीधे ही show रिपोर्ट पर क्लिक करें। कभी कभी नेटवर्क या साइट की प्रॉब्लम के कारण error while show reporting Report bhi aa skta hai.ऐसी स्थिति में x पर क्लिक करें तथा report type में Summary With Expentire का चुनाव करें।इसका चुनाव करने पर आपको एक नई स्क्रीन दिखाई देगी।
➡इसमें आपको बजट हेड 2202 02 109 01 00 भरें।शेष सभी कॉलम खली छोड़ें और शो रिपोर्ट पर क्लिक करें तो  पूर्व मे जारी Plan  का विवरण आ जाएगा।SF की राशि आ जाएगी। वेतन टी ए या ऑफिस खर्च लैब खर्च वर्दी के पैसे।यदि इसमें आपको वर्दी के पैसे नही दिखा रहा है तो इसका अर्थ है कि आपकी स्कूल को वर्दी के पैसे स्वीकृत नही हुआ है।यही स्थिति कार्यालय व्यय तथा टी ए के लिए भी है।इसमें आपको प्राप्त राशि निदेशालय द्वारा आपके खाते से निकली गई राशि(Distributed Amount),AFD मतलब जो राशि आप प्रयोग कर सकते है।Expenditure मतलब अब तक आपके द्वारा खर्च की गई राशि और अंत में बैलेंस मतलब कितनी राशि शेष है।
⬇यदि आप बजट हेड में 2202 02 109 07 01 का प्रयोग करते है तो ये राशि SF या CA की की होगी।
➡इसमें आपको बजट हेड 2202 02 109 27 01 भरें।शेष सभी कॉलम खली छोड़ें और शो रिपोर्ट पर क्लिक करें तो  पूर्व मे जारी नॉन Plan  का विवरण आ जाएगा।SF की राशि आ
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Detail
डिटेल में जाने के बाद बजट हेड भरने पर आपको datewise अब तक आपको प्राप्त कुल राशि बतायेगा
*इसमें आने वाले कुछ टर्म्स का अर्थ निम्न है*
⏬received amount का मतलब है कि आपने वित्तीय वर्ष में कुल कितनी अमाउंट प्राप्त की।
⏬Distributed Amount का अर्थ है कि आपकी office को यदि ज्यादा अमाउंट प्राप्त हो गई हो या आपने उस बजट की राशि का उपयोग लंबे समय से नही किया है तो वह अमाउंट पुनः निदेशालय बीकानेर के द्वारा निकल कर अन्य office या स्कूल को दे दी जाती है।अतः यह राशि आपको प्राप्त कुल राशि में से कम हो जाती है।
⏬A F D की फुल फॉर्म है Amount for distribution मतलब यह राशि आपकी स्कूल के लिए है यह राशि received amount और distributed अमाउंट को घटाने पर प्राप्त होती है इसी राशि का उपयोग हम really में उपयोग कर सकते है।
⏬Expentire इसमें स्कूल का खर्च आता है जैसे सैलरी बिल की कुल राशि जितने का आपने पेमेंट क्र लिया।
⏬Balance भविष्य में आगामी बिल के लिए शेष राशि।इसी के आधार पर निर्धारण किया जाता है कि बिल के लिए बजट है या नही।

शुक्रवार, 4 अगस्त 2017

भविष्य में कोई वेतन आयोग नहीं

भविष्य में कोई वेतन आयोग नहीं *

नई दिल्ली: भविष्य में केंद्र सरकार के कर्मचारियों और पेंशनरों के वेतन और भत्ते बढ़ाने के लिए केंद्र सरकार किसी भी वेतन आयोग का गठन नहीं कर रही है।

मुद्रास्फीति की रिपोर्ट वित्त मंत्री अरुण जेटली को हर तीन साल में एक बार प्रस्तुत की जाएगी।

केंद्रीय सरकारी कर्मचारियों के वेतन में वृद्धि के लिए भविष्य में कोई नया कमीशन नहीं बनाया जा सकता है, एक वरिष्ठ वित्त मंत्रालय के अधिकारी ने सेन टाइम्स को नाम न छापने की शर्त पर बताया।

7 वें वेतन आयोग के भत्ते के मंत्रिमंडल की मंजूरी के बाद अधिकारी ने हमारे संवाददाताओं से कहा, "सरकार इस संबंध में नीतिगत निर्णय लेने जा रही है।"

एक वैकल्पिक व्यवस्था के बारे में एक विचार प्रस्तुत करते हुए उन्होंने कहा कि 7 वें वेतन आयोग के अध्यक्ष न्यायमूर्ति ए। के। माथुर ने पहले एक फाइनेंशियल एक्सप्रेस को एक साक्षात्कार में कहा था, "सरकार को हर साल केंद्रीय सरकार के कर्मचारियों के वेतन की समीक्षा करनी चाहिए और इसके लिए उपलब्ध आंकड़ों पर विचार करना चाहिए। मूल्य सूचकांक के आधार पर। "

7 वें वेतन आयोग ने सिफारिश की कि वेतन मैट्रिक्स की समीक्षा 10 वर्षों की लंबी अवधि के बिना प्रतीक्षा किए जा सकें। यह Aykroyd फार्मूले के आधार पर समीक्षा और संशोधित किया जा सकता है, जो आम आदमी की टोकरी का निर्माण करने वाले वस्तुओं के मूल्यों को ध्यान में रखता है, जो शिमला में श्रम ब्यूरो समय-समय पर समीक्षा करता है।

वेतन आयोग ने यह भी सुझाव दिया है कि अन्य पे कमीशन के लिए प्रतीक्षा किए बिना उस भुगतान मैट्रिक्स के संशोधन के आधार पर इसका आधार होना चाहिए।

इसलिए, केंद्रीय सरकार के कर्मचारियों और पेंशनधारियों के लिए हर 10 सालों के बाद एक नया वेतन आयोग बनाने के लिए आवश्यक नहीं होगा और चाहे वेतन और भत्ते के बारे में कोई भी परिवर्तन आवश्यक हो, मुद्रास्फीति पर विचार किया जाएगा।

तदनुसार, केंद्र सरकार वेतन आयोग के इस प्रस्ताव का पालन करना है और भविष्य में वेतन आयोग की नियुक्ति के लिए सभी केंद्र सरकार के कर्मचारियों और पेंशनधारियों के लिए वेतन संरचना और अन्य लाभों का सुझाव देना बंद करना है।

अधिकारी ने कहा कि मुद्रास्फीति की रिपोर्ट वित्त मंत्री अरुण जेटली को हर तीन साल में एक बार प्रस्तुत की जाएगी।

उन्होंने कहा कि मुद्रास्फीति के बारे में भुगतान और भत्ता के बारे में बदलाव किए जाएंगे

श्री मद्-भगवत गीता

एक हिन्दू को इन जैसी बातों की जानकारी,
जबानी रखनी चाहिए :       
  "श्री मद्-भगवत गीता"के बारे में-

ॐ . किसको किसने सुनाई?
उ.- श्रीकृष्ण ने अर्जुन को सुनाई।

ॐ . कब सुनाई?
उ.- आज से लगभग 7 हज़ार साल पहले सुनाई।

ॐ. भगवान ने किस दिन गीता सुनाई?
उ.- रविवार के दिन।

ॐ. कोनसी तिथि को?
उ.- एकादशी

ॐ. कहा सुनाई?
उ.- कुरुक्षेत्र की रणभूमि में।

ॐ. कितनी देर में सुनाई?
उ.- लगभग 45 मिनट में

ॐ. क्यू सुनाई?
उ.- कर्त्तव्य से भटके हुए अर्जुन को कर्त्तव्य
सिखाने के लिए और आने वाली पीढियों को
धर्म-ज्ञान सिखाने के लिए।

ॐ. कितने अध्याय है?
उ.- कुल 18 अध्याय

ॐ. कितने श्लोक है?
उ.- 700 श्लोक

ॐ. गीता में क्या-क्या बताया गया है?
उ.- ज्ञान-भक्ति-कर्म योग मार्गो की विस्तृत
व्याख्या की गयी है, इन मार्गो पर चलने से
व्यक्ति निश्चित ही परमपद का अधिकारी बन जाता है।

ॐ. गीता को अर्जुन के अलावा
और किन किन लोगो ने सुना?
उ.- धृतराष्ट्र एवं संजय ने

ॐ. अर्जुन से पहले गीता का पावन ज्ञान
किन्हें मिला था?
उ.- भगवान सूर्यदेव को

ॐ. गीता की गिनती किन धर्म-ग्रंथो में आती है?
उ.- उपनिषदों में

ॐ. गीता किस महाग्रंथ का भाग है....?
उ.- गीता महाभारत के एक अध्याय शांति-
पर्व का एक हिस्सा है।

ॐ. गीता का दूसरा नाम क्या है?
उ.- गीतोपनिषद

ॐ. गीता का सार क्या है?
उ.- प्रभु श्रीकृष्ण की शरण लेना

ॐ. गीता में किसने कितने श्लोक कहे है?
उ.- श्रीकृष्ण जी ने- 574
अर्जुन ने- 85
धृतराष्ट्र ने- 1
संजय ने- 40.

अपनी युवा-पीढ़ी को गीता जी के बारे में
जानकारी पहुचाने हेतु इसे ज्यादा से ज्यादा
शेअर करे। धन्यवाद

अधूरा ज्ञान खतरना होता है।

33 करोड नहीँ  33 कोटी देवी देवता हैँ हिँदू
धर्म मेँ।

कोटि = प्रकार।
देवभाषा संस्कृत में कोटि के दो अर्थ होते है,

कोटि का मतलब प्रकार होता है और एक
अर्थ करोड़ भी होता।

हिन्दू धर्म का दुष्प्रचार करने के लिए ये बात
उडाई गयी की हिन्दुओ के 33 करोड़ देवी देवता हैं
और अब तो मुर्ख हिन्दू खुद ही गाते फिरते हैं की
हमारे 33 करोड़ देवी देवता हैं...

कुल 33 प्रकार के देवी देवता हैँ हिँदू धर्म मे :-

12 प्रकार हैँ
आदित्य , धाता, मित, आर्यमा,
शक्रा, वरुण, अँश, भाग, विवास्वान, पूष,
सविता, तवास्था, और विष्णु...!

8 प्रकार हे :-
वासु:, धर, ध्रुव, सोम, अह, अनिल, अनल, प्रत्युष और प्रभाष।

11 प्रकार है :-
रुद्र: ,हर,बहुरुप, त्रयँबक,
अपराजिता, बृषाकापि, शँभू, कपार्दी,
रेवात, मृगव्याध, शर्वा, और कपाली।

एवँ
दो प्रकार हैँ अश्विनी और कुमार।

कुल :- 12+8+11+2=33 कोटी

अगर कभी भगवान् के आगे हाथ जोड़ा है
तो इस जानकारी को अधिक से अधिक
लोगो तक पहुचाएं। ।

१ हिन्दु हाेने के नाते जानना ज़रूरी है

This is very good information for all of us ...
जय श्रीकृष्ण ...

अब आपकी बारी है कि इस जानकारी को आगे
बढ़ाएँ  तो आपको भी आनंद होगा.....⛳

थाईलैंड क्या है ये जाने

#थाईलैंड क्या है ये जाने।
भारत के बाहर थाईलेंड में आज भी संवैधानिक रूप में राम राज्य है l वहां भगवान राम के छोटे पुत्र कुश के वंशज सम्राट “भूमिबल अतुल्य तेज ” राज्य कर रहे हैं , जिन्हें नौवां राम कहा जाता है l

-भगवान राम का संक्षिप्त इतिहास-
वाल्मीकि रामायण एक धार्मिक ग्रन्थ होने के साथ एक ऐतिहासिक ग्रन्थ भी है , क्योंकि महर्षि वाल्मीकि राम के समकालीन थे , रामायण के बालकाण्ड के सर्ग ,70 . 71 और 73 में राम और उनके तीनों भाइयों के विवाह का वर्णन है , जिसका सारांश है।

मिथिला के राजा सीरध्वज थे , जिन्हें लोग विदेह भी कहते थे उनकी पत्नी का नाम सुनेत्रा ( सुनयना ) था , जिनकी पुत्री सीता जी थीं , जिनका विवाह राम से हुआ था l
राजा जनक के कुशध्वज नामके भाई थे l इनकी राजधानी सांकाश्य नगर थी जो इक्षुमती नदी के किनारे थी l इन्होंने अपनी बेटी
उर्मिला लक्षमण से, मांडवी भरत से, और श्रुतिकीति का विवाह शत्रुघ्न से करा दी थीl

केशव दास रचित ” रामचन्द्रिका “-पृष्ठ 354 ( प्रकाशन संवत 1715 ) .के अनुसार, राम और सीता के पुत्र लव और कुश, लक्ष्मण और उर्मिला के पुत्र अंगद और चन्द्रकेतु , भरत और मांडवी के पुत्र पुष्कर और तक्ष, शत्रुघ्न और श्रुतिकीर्ति के पुत्र सुबाहु और शत्रुघात हुए थे l

भगवान राम के समय ही राज्यों बँटवारा इस प्रकार हुआ था —
पश्चिम में लव को लवपुर (लाहौर ), पूर्व में कुश को कुशावती, तक्ष को तक्षशिला, अंगद को अंगद नगर, चन्द्रकेतु को चंद्रावतीl कुश ने अपना राज्य पूर्व की तरफ फैलाया और एक नाग वंशी कन्या से विवाह किया था l थाईलैंड के राजा उसी कुश के वंशज हैंl इस वंश को “चक्री वंश कहा जाता है l चूँकि राम को विष्णु का अवतार माना जाता है , और विष्णु का आयुध चक्र है इसी लिए थाईलेंड के लॉग चक्री वंश के हर राजा को “राम ” की उपाधि देकर नाम के साथ संख्या दे देते हैं l जैसे अभी राम (9 th ) राजा हैं जिनका नाम “भूमिबल अतुल्य तेज ” है।

थाईलैंड की अयोध्या–
लोग थाईलैंड की राजधानी को अंग्रेजी में बैंगकॉक ( Bangkok ) कहते हैं , क्योंकि इसका सरकारी नाम इतना बड़ा है , की इसे विश्व का सबसे बडा नाम माना जाता है , इसका नाम संस्कृत शब्दों से मिल कर बना है, देवनागरी लिपि में पूरा नाम इस प्रकार है –

“क्रुंग देव महानगर अमर रत्न कोसिन्द्र महिन्द्रायुध्या महा तिलक भव नवरत्न रजधानी पुरी रम्य उत्तम राज निवेशन महास्थान अमर विमान अवतार स्थित शक्रदत्तिय विष्णु कर्म प्रसिद्धि ”

थाई भाषा में इस पूरे नाम में कुल 163 अक्षरों का प्रयोग किया गया हैl इस नाम की एक और विशेषता ह l इसे बोला नहीं बल्कि गा कर कहा जाता हैl कुछ लोग आसानी के लिए इसे “महेंद्र अयोध्या ” भी कहते है l अर्थात इंद्र द्वारा निर्मित महान अयोध्या l थाई लैंड के जितने भी राम ( राजा ) हुए हैं सभी इसी अयोध्या में रहते आये हैं l

असली राम राज्य थाईलैंड में है-
बौद्ध होने के बावजूद थाईलैंड के लोग अपने राजा को राम का वंशज होने से विष्णु का अवतार मानते हैं , इसलिए, थाईलैंड में एक तरह से राम राज्य है l वहां के राजा को भगवान श्रीराम का वंशज माना जाता है, थाईलैंड में संवैधानिक लोकतंत्र की स्थापना 1932 में हुई।

भगवान राम के वंशजों की यह स्थिति है कि उन्हें निजी अथवा सार्वजनिक तौर पर कभी भी विवाद या आलोचना के घेरे में नहीं लाया जा सकता है वे पूजनीय हैं। थाई शाही परिवार के सदस्यों के सम्मुख थाई जनता उनके सम्मानार्थ सीधे खड़ी नहीं हो सकती है बल्कि उन्हें झुक कर खडे़ होना पड़ता है. उनकी तीन पुत्रियों में से एक हिन्दू धर्म की मर्मज्ञ मानी जाती हैं।

थाईलैंड का राष्ट्रीय ग्रन्थ रामायण है
यद्यपि थाईलैंड में थेरावाद बौद्ध के लोग बहुसंख्यक हैं , फिर भी वहां का राष्ट्रीय ग्रन्थ रामायण है l जिसे थाई भाषा में ” राम-कियेन ” कहते हैं l जिसका अर्थ राम-कीर्ति होता है , जो वाल्मीकि रामायण पर आधारित है l इस ग्रन्थ की मूल प्रति सन 1767 में नष्ट हो गयी थी , जिससे चक्री राजा प्रथम राम (1736–1809), ने अपनी स्मरण शक्ति से फिर से लिख लिया था l थाईलैंड में रामायण को राष्ट्रिय ग्रन्थ घोषित करना इसलिए संभव हुआ ,क्योंकि वहां भारत की तरह दोगले हिन्दू नहीं है ,जो नाम के हिन्दू हैं, हिन्दुओं के दुश्मन यही लोग हैं l

थाई लैंड में राम कियेन पर आधारित नाटक और कठपुतलियों का प्रदर्शन देखना धार्मिक कार्य माना जाता है l राम कियेन के मुख्य पात्रों के नाम इस प्रकार हैं-

राम (राम), 2 लक (लक्ष्मण), 3 पाली (बाली), 4 सुक्रीप (सुग्रीव), 5 ओन्कोट (अंगद), 6 खोम्पून ( जाम्बवन्त ) ,7 बिपेक ( विभीषण ), 8 तोतस कन ( दशकण्ठ ) रावण, 9 सदायु ( जटायु ), 10 सुपन मच्छा ( शूर्पणखा ) 11मारित ( मारीच ),12इन्द्रचित ( इंद्रजीत )मेघनाद , 13 फ्र पाई( वायुदेव ), इत्यादि l थाई राम कियेन में हनुमान की पुत्री और विभीषण की पत्नी का नाम भी है, जो यहाँ के लोग नहीं जानते l

थाईलैंड में हिन्दू देवी देवता
थाईलैंड में बौद्ध बहुसंख्यक और हिन्दू अल्प संख्यक हैं l वहां कभी सम्प्रदायवादी दंगे नहीं हुए l थाई लैंड में बौद्ध भी जिन हिन्दू देवताओं की पूजा करते है , उनके नाम इस प्रकार हैं
1 . ईसुअन ( ईश्वन ) ईश्वर शिव , 2 नाराइ ( नारायण ) विष्णु , 3 फ्रॉम ( ब्रह्म ) ब्रह्मा, 4 . इन ( इंद्र ), 5 . आथित ( आदित्य ) सूर्य , 6 . पाय ( पवन ) वायु l

थाईलैंड का राष्ट्रीय चिन्ह गरुड़
गरुड़ एक बड़े आकार का पक्षी है , जो लगभग लुप्त हो गया है l अंगरेजी में इसे ब्राह्मणी पक्षी (The brahminy kite ) कहा जाता है , इसका वैज्ञानिक नाम “Haliastur indus ” है l फ्रैंच पक्षी विशेषज्ञ मथुरिन जैक्स ब्रिसन ने इसे सन 1760 में पहली बार देखा था, और इसका नाम Falco indus रख दिया था, इसने दक्षिण भारत के पाण्डिचेरी शहर के पहाड़ों में गरुड़ देखा थाl इस से सिद्ध होता है कि गरुड़ काल्पनिक पक्षी नहीं है l इसीलिए भारतीय पौराणिक ग्रंथों में गरुड़ को विष्णु का वाहन माना गया है l चूँकि राम विष्णु के अवतार हैं , और थाईलैंड के राजा राम के वंशज है , और बौद्ध होने पर भी हिन्दू धर्म पर अटूट आस्था रखते हैं , इसलिए उन्होंने ” गरुड़ ” को राष्ट्रीय चिन्ह घोषित किया है l यहां तक कि थाई संसद के सामने गरुड़ बना हुआ है।

सुवर्णभूमि हवाई अड्डा
हम इसे हिन्दुओं की कमजोरी समझें या दुर्भाग्य , क्योंकि हिन्दू बहुल देश होने पर भी देश के कई शहरों के नाम मुस्लिम हमलावरों या बादशाहों के नामों पर हैं l यहाँ ताकि राजधानी दिल्ली के मुख्य मार्गों के नाम तक मुग़ल शाशकों के नाम पार हैं l जैसे हुमायूँ रोड , अकबर रोड , औरंगजेब रोड इत्यादि , इसके विपरीत थाईलैंड की राजधानी के हवाई अड्डे का नाम सुवर्ण भूमि हैl यह आकार के मुताबिक दुनिया का दूसरे नंबर का एयर पोर्ट है l इसका क्षेत्रफल 563,000 स्क्वेअर मीटर है। इसके स्वागत हाल के अंदर समुद्र मंथन का दृश्य बना हुआ हैl पौराणिक कथा के अनुसार देवोँ और ससुरों ने अमृत निकालने के लिए समुद्र का मंथन किया था l इसके लिए रस्सी के लिए वासुकि नाग, मथानी के लिए मेरु पर्वत का प्रयोग किया था l नाग के फन की तरफ असुर और पुंछ की तरफ देवता थेl मथानी को स्थिर रखने के लिए कच्छप के रूप में विष्णु थेl जो भी व्यक्ति इस ऐयर पोर्ट के हॉल जाता है वह यह दृश्य देख कर मन्त्र मुग्ध हो जाता है।

इस लेख का उदेश्य लोगों को यह बताना है कि असली सेकुलरज्म क्या होता है, यह थाईलैंड से सीखो l

SOME IRONIES THAT  EXIST IN INDIA

*SOME IRONIES THAT  EXIST IN INDIA :*--

1. Politicians *Divide* us, Terrorists *Unite* us.
 
2. Everyone is in hurry , but *no one* reaches in time.

3. Priyanka Chopra earned more money playing *Mary Kom*, than the Mary Kom earned in her entire career.

4. Its dangerous to talk to a *strangers,* but it is perfectly ok to marry one.

5. Most people who fight over *Gita and Quran*, have probably never read any of them.

6. We rather spend more on our  daughter's *wedding* than on her *education*

7. The *shoes* that we wear are sold in air conditioned show rooms, the *vegetables* that we eat are sold on the footpaths.

8. *Most* of the guys who have been ignored by Girls in young age, possesses actually the nicest and better husband material.

9. We live in a country where seeing a *policeman* makes us nervous rather than feeling safe.

10. In IAS exam, a person writes a brilliant 1500 words essay about how Dowry is a social evil and *cracks the exam* by impressing everyone.
One year later same person demands a dowry in crores, because he is an IAS officer.

11. Indians are very *shy* and still are 128 Crores.

12. Indians are obsessed with screen guards on their smartphones even though most come with scratch proof Gorilla Glass but never bother wearing a *helmet* while riding bikes.

13. It is shallow to ask for *dowry* but prospective bride grooms should make six or seven figured salaries and *preferably* *settled* in USA.

14. *A porn-star* is accepted in society as a celebrity, but *a rape victim* is not even accepted as a normal human being.   
                     
*Best ever lines :*                                   
Try to understand people before trusting them ... *Because* we are living in such a world, where artificial lemon flavor is used for *"WELCOME DRINK"* and real lemon is used in *"FINGER BOWL"*...!!