शनिवार, 1 फ़रवरी 2025

What is CL


             CL क्या है
          

CL = आकस्मिक अवकाश

CL - कार्मिक का अधिकारी नहीं हे। संस्था प्रधान की स्वीकृति से ही ले सकते हे विशेष परिस्थिति (बीमारी, अस्पताल, अंत्येष्टि) को छोड़ कर ।

CL - अस्थाई कार्मिक को एक वर्ष में 12
CL - स्थाई कार्मिक को एक वर्ष में 15
एक साथ में 10 CL से ज्यादा नहीं ले सकते और अगर 3 दिन आप विद्यालय जाने में 1 घण्टे से कम समय  लेट हो जाते हे तो 1 CL और 1 घण्टे के बाद आधी CL कटेगी।
अगर कार्मिक बिना सुचना विद्यालय में नहीं आता हे तो संस्था प्रधान उसके कॉलम में ? मार्क लगाएगा ।
जब कार्मिक विद्यालय में उपस्थित होगा तब कारन बताओ नोटिस जारी होगा फिर कार्मिक संस्था प्रधान को कारण बताएगा ।
संस्था प्रधान को लगे तो वो उसकी CL स्वीकृत करे नहीं तो PL या HPL की भी स्वीकृति लेनी होगी ।

ये होती हे CL अब बोलो


ज्वाइन से एक साल तक जैसे - 10 दिसम्बर 2015 को किया तो 9 दिसम्बर 2016 तक 12 CL मिलेगी
इसका कोई नियम लेखविज्ञ में हो तो बताइये

जब स्थाईकरण फॉर्म भरा जाता हे 2 वर्ष की समाप्ति पर तो उसमे CL की गणना वर्ष के अनुसार ही होती हे
प्रथम वर्ष की CL
द्वितीय वर्ष की CL
न की जुलाई से जून

बहुत से अध्यापक जानकारी के अभाव में परिवीक्षा काल की CL की गणना भी जुलाई से जून कर लेते हे
फिर जब स्थाईकरण फॉर्म के समय समस्या आती हे
क्योकि मेरे कुछ साथियो ने भी ऐसा किया था बाद में DEO ने उनके फॉर्म पर नोट लगा के वापस लोटा दिए की CL की गणना नियुक्ति तिथि से करो न की जुलाई से जून
फिर जब उन्होंने नियुक्ति तिथि से गणना की तो किसी के 15 CL किसी 14 CL हो गयी
उन अध्यापको को 12 CL से ज्यादा होने वाले दिनों का वेतन चालान से वापस जमा करवाना पडा था
इसलिए सुझाव हे की परिवीक्षा कॉल में CL की गणना नियुक्ति तिथि से ही करे
ताकि आगे आपको परेशानी न हो


प्रोबेशन में CL के नियम का 12 CL की गणना कब से कब होगी

परिवीक्षा काल में नियुक्ति तिथि से गणना की जाती हे
परिविक्षा काल में CL की गणना नियुक्ति तिथि  से की जाती
CL वर्ष में 12 मिलती हे और आप कभी भी ले सकते हो
बस एक साथ 10 से ज्यादा नहीं इसको लेकर काफी भ्रान्ति हे की 1 महीने की एक मिलती हे ये गलत हे वर्ष की 12 मिलती है


परिवीक्षा काल में कितनी छुटियाँ मिलती है

परीवीक्षा काल आगे नही बढाना है तो 30 दिन ही अवैतनिक रहे !!!
90 दिन तक नियुक्त अधिकारी उससे ज्यादा का एडमिनिस्ट्रेशन और उससे अधिक वित्त विभाग स्वीकृति देगा
नोट= सभी स्थिति में (केवल 30 दिवस को छोड़कर) परीवीक्षा काल आगे बढेगा।

पहले 22/5/09 के अनुसार 90 दिन से अधिक पर  प्रोबेशनर ट्रेनी में कार्यकाल बढा सकते है जो अधिकतम एक साल होगी।
प्रोबेशनर ट्रेनी 11/6/14 के बाद 30  दिवस तक ही अवैतनिक रह सकते हैं ।ये नये आदेश है पहले 90 दिन तक के लिए मान्य था ।
अतः अब 30 दिन ही मान्य है ।।

इनकम टैक्स रियायतें : 2025 बजट

वित्त मंत्री के बजट भाषण की प्रमुख बातें 2025

- New Tax Regime में बड़ा बदलाव, 12 लाख तक की आय पर कोई टैक्स नहीं; स्टैंडर्ड डिडक्‍शन को 75000 रुपये ही रखा गया, पिछले 4 साल का आईटी रिटर्न एकसाथ कर सकेंगे दाखिए 
0-12 Lakh : Nil
12-15 Lakh : 15%
15-20 Lakh : 20%
20-25 Lakh : 25%
25+ Lakh : 30%
- अगले हफ्ते नया इनकम टैक्स बिल आएगा
- कैंसर जैसी गंभीर बीमारी से जुड़ी 36 दवाइयां पूरी तरह से ड्यूटी फ्री, टीवी-मोबाइल, दवाएं, भारत में‌ बने कपड़े, चमड़े के सामान और इलेक्ट्रिक कार होंगी सस्ती*
- MSME सेक्टर को बढ़ावा देने के लिए लोन 5 करोड़ से बढ़ाकर 10 करोड़, स्टार्टअप के लिए लोन 10 करोड़ से बढ़ाकर 20 करोड़, लोन देने के लिए कार्ड जारी होंगे
- TCS की सीमा 7 लाख से बढ़ाकर 10 लाख की गई
- सीनियर सिटीजन के लिए बड़ा ऐलान, टैक्स छूट दोगुनी, ब्याज पर छूट 50 हजार से बढ़ाकर 1 लाख की गई
- दो घर के मालिकों को भी टैक्स में राहत, रेंट पर टीडीएस की सीमा 2.4 लाख से बढ़ाकर 6 लाख रुपये की गई
- 'किसानों के लिए 'प्रधानमंत्री धनधान्य योजना' का ऐलान, किसान क्रेडिट कार्ड की लिमिट बढ़कर 5 लाख हुई, बिहार में मखाना बोर्ड बनेगा
- राजकोषीय घाटा GDP का 4.8 प्रतिशत रहने का अनुमान; 12 महत्वपूर्ण खनिजों को बुनियादी सीमा शुल्क से छूट
- अगले 5 वर्षों में 75000 नई मेडिकल सीटें, AI सेंटर को बढ़ावा देने के लिए 500 करोड़ की सहायता
- खाद्य तेल में आत्मनिर्भरता के लिए 6 साल का मिशन, लेदर उद्योग स्कीम में 22 लाख नई नौकरी पैदा करने का लक्ष्य, भारत को टॉयज का ग्लोबल हब बनाएंगे
- IITs में टेक्नोलॉजिकल रिसर्च के लिए 10 हजार पीएम स्कॉलरशिप, अगले 5 वर्षों में 50,000 अटल टिंकरिंग लैब, सभी सरकारी स्कूलों में ब्रॉडबैंड कनेक्टिविटी
- सभी जिला अस्पतालों में डेकेयर कैंसर सेंटर स्थापना होगी, जल जीवन मिशन का बजट आउटले 100 प्रतिशत कवरेज हासिल करने के लिए बढ़ाया गया
- 120 गंतव्यों को जोड़ने के लिए संशोधित उड़ान योजना शुरू होगी, 4 करोड़ अतिरिक्त यात्रियों को मदद मिलेगी
- इंश्योरेंस सेक्टर के लिए 100 एफडीआई की मंजूरी

शनिवार, 18 जनवरी 2025

8th Pay Commission : केंद्र ने 8वें वेतन आयोग के गठन की मंजूरी दी

 8th Pay Commission  : केंद्र ने 8वें वेतन आयोग के गठन की मंजूरी दी : 2026 से इसकी सिफारिशें लागू होंगी; केंद्रीय कर्मचारियों को लाभ मिलेगा

केंद्रीय कर्मचारियों के लिए केंद्र सरकार ने गुरुवार को आठवें वेतन आयोग के गठन को मंजूरी दे दी है। इस आयोग की सिफारिशें साल 2026 से लागू होगा। यह जानकारी कैबिनेट बैठक के बाद केंद्रीय मंत्री अश्वनी वैष्णव ने दी। उन्होंने कहा- सातवां वेतन आयोग 2016 में लागू हुआ था, इसकी सिफारिशें 2026 तक जारी रहेंगी।

8वें वेतन आयोग के आने से सैलरी पर क्या फर्क पड़ेगा?

केंद्र सरकार हर 10 साल में नया वेतन आयोग लाती है। अभी 7वां वेतन आयोग चल रहा है, इसका कार्यकाल 31 दिसंबर 2025 को खत्म होगा। उम्मीद की जा रही है कि साल 2026 से 8वां वेतन आयोग लागू हो जाएगा।

8वें वेतन आयोग का वेतन मैट्रिक्स 1.92 के फिटमेंट फैक्टर का इस्तेमाल करके तैयार किया जाएगा। इसे ऐसे समझिए- केंद्र सरकार के कर्मचारियों की सैलरी के 18 लेवल हैं। लेवल-1 कर्मचारियों की बेसिक सैलरी 1800 रुपए ग्रेड पे के साथ 18,000 रुपए है। इसे 8वें वेतन आयोग के तहत बढ़ाकर 34,560 रुपए किया जा सकता है। इसी तरह केंद्र सरकार में कैबिनेट सचिव स्तर के अधिकारियों को लेवल-18 के तहत अधिकतम 2.5 लाख रुपए की बेसिक सैलरी मिलती है। यह बढ़कर तकरीबन 4.8 लाख रुपए हो सकती है।


8वें वेतन आयोग के तहत सैलरी बढ़ने से पेंशन कितनी बढ़ेगी?

अगर जनवरी 2026 में 8वां वेतन आयोग लागू हुआ तो केंद्रीय कर्मचारियों का न्यूनतम वेतन 34,560 रुपए होने का अनुमान है। साल 2004 से जोड़ें तो नौकरी में 25 साल पूरे करने वाले कर्मचारियों का पहला बैच 2029 में रिटायर होगा।

अब मान लीजिए 8वां वेतन आयोग लागू होने के बाद लेवल-1 के एक कर्मचारी की बेसिक सैलरी 34,560 रुपए हो गई है तो इसकी 50% रकम 17,280 रुपए होती है। इस हिसाब से कर्मचारी को 17,280 रुपए+DR की धनराशि पेंशन के तौर पर मिलेगी। हालांकि, यह रेयर केस में ही होगा कि कोई कर्मचारी लेवल-1 पर नौकरी ज्वाइन करने के बाद रिटायरमेंट तक उसी लेवल पर रहे। प्रमोशन और अन्य नियमानुसार समय-समय पर इस लेवल में बढ़ोतरी होती रहती है। इसलिए कर्मचारी को इससे कहीं ज्यादा धनराशि पेंशन के रूप में मिलेगी।

वहीं, लेवल-18 के कर्मचारियों की बेसिक सैलरी 4.80 लाख रुपए होगी। इसका 50% कुल 2.40 लाख रुपए+DR की धनराशि पेंशन के तौर पर मिलेगी।

नए वेतन आयोग में कैसे तय होगी सैलरी?

8वें वेतन आयोग के अप्रैल 2025 से लागू होने की उम्मीद कम ही दिखाई दे रही है, क्योंकि अभी तक सरकार ने इस पर कोई बड़ा निर्णय नहीं लिया है। ऐसे में माना जा रहा है कि यह शायद एक जनवरी 2026 से लागू हो सकता है।

8वां वेतन आयोग लागू होने पर विशेष फिटमेंट फैक्टर के आधार पर सरकारी कर्मचारियों की सैलरी संशोधित की जाएगी। मान लीजिए कि मौजूदा 7वें वेतन आयोग के तहत वेतन संशोधन के लिए 2.57 का फिटमेंट फैक्टर लागू किया गया था। कुछ मीडिया रिपोर्ट्स के आधार पर सरकार 8वें वेतन आयोग के तहत 1.92 के फैक्टर पर समझौता कर सकती है। वहीं कुछ मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक सरकार कम से कम 2.86 के उच्च फिटमेंट फैक्टर का विकल्प चुनेगी।

वेतन आयोग का फार्मूला निम्नलिखित है:

"वेतन = (बेसिक पे x 2.57) + डीए + एनपीए"

इस फार्मूले में:

- बेसिक पे: कर्मचारी का मूल वेतन
- 2.57: वेतन गुणक
- डीए (डियरनेस अलाउंस): महंगाई भत्ता
- एनपीए (नॉन-प्रैक्टिसिंग अलाउंस): गैर-अभ्यास भत्ता (केवल डॉक्टरों और अन्य विशेषज्ञों के लिए)

यह फार्मूला ७वें वेतन आयोग द्वारा निर्धारित किया गया था और इसका उपयोग सरकारी कर्मचारियों के वेतन की गणना के लिए किया जाता है।

पहला वेतन आयोग 1947 -      40 % वृद्धि(कांग्रेस सरकार)
दूसरा वेतन आयोग 1959  -     50 % वृद्धि(काँग्रेस सरकार)
तीसरा वेतन आयोग 1973  -     25 % वृद्धि(कांग्रेस सरकार)
चौथा वेतन आयोग 1986  -     40 % वृद्धि(कांग्रेस सरकार)
पाँचवां वेतन आयोग 1996  -    35 % वृद्धि(कांग्रेस सरकार)
छठा वेतन आयोग    2006  -     40 % वृद्धि(कांग्रेस सरकार  )                                                                                  अब आया अच्छे दिन वालो का वेतन आयोग  मतलब,                                                       सातवाँ वेतन आयोग 2016 -  14% वृद्धि

बुधवार, 15 दिसंबर 2021

SI राज्य बीमा का क्लेम ऑन लाइन सबमिट कैसे करें। पूरा प्रोसेस



प्रश्न:-(1) SI राज्य बीमा का क्लेम ऑन लाइन सबमिट कैसे करें। पूरा प्रोसेस बतावे?

उत्तर:-जिन कार्मिकों की जन्म तिथि 1/4/1962 से 31/3/1963 के मध्य है उनकी राज्य बीमा पॉलिसी 01/04/22 को  परिपक्व हो रही है  अतः माह नवम्बर-2021(देय दिसम्बर-2021) के वेतन से SI की अंतिम कटौती कर Final claim ऑन लाइन सबमिट करना है उसके लिए निम्न प्रोसेस फॉलो करें।

(1) सर्व प्रथम कार्मिक की व्यक्तिगत sso id लॉगिन करें एवं STATE INSURANCE AND PROVIDENT FUND (New) Icon पर Click करें।

(2) उसके बाद Update E-bag    पर क्लिक कर Scheme में SI को Select कर Documents में कार्मिक के SI policy  का बॉण्ड एवं  SI की पूरी पासबुक(सम्बंधित DDO द्वारा हस्ताक्षरित व सीलयुक्त हो) की पीडीएफ बना कर अपलोड कर Save कर देवें।
( PDF File Uploading के दौरान यदि कोई Error आए तो आप File को  Resize कर लें।)

(3) अब डेशबोर्ड पर राइट साइड पर एक लाल छतरी यानि SI का Icon है उस पर Click कर नीचे Click for SI Transation पर Click करें।

(4) अब SI Claim पर Click करें एवं Type of Claim में से Compulsory Retirement,Death, Superannuation, Terminated और Voluntary Retirement दिखाई देंगे। 

अधिवार्षिकी आयु पूर्ण कर सेवानिवृत्ति के मामले में Superannuation पर एवं Death Case में Death Option को Select करेंगे। 

ध्यान रहे Death Case में Claim करने से पूर्व आप कार्मिक की Nominee की Details Update अवश्य कर दें अन्यथा Claim आवेदन Submit एवं Validate नहीं होगा।

अब अधिवार्षिकी आयु पूर्ण कर सेवानिवृत्ति के मामले में
Superannuation  को  Select कर Claim Date  Calendar से Select करें।
नीचे दो Boxes जिनके आगे घोषणा निम्नानुसार लिखी हुई दिखाई देंगी-
 🔲 I hereby declare to refund and/or to authorize the Director to recover the amount of over payment from the fund, with interest, if any, from payment due to me from the Government. एवं

🔲 Discharge Letter has been Submitted.

आपको उन दोनों में ही 
✅ करना है।

(5) Next टैब में आपकी बैंक Details पे मैनेजर से Auto Fetch होकर यहाँ Show होगी उसे अच्छी तरह से चेक कर लें फिर नीचे
🔲 declare that the above bank details is correct. के पूर्व Box में ✅ Mark कर
 Next पर Click करें।

(6) अब अगले Documents टैब में E-Bag में आप द्वारा Upload किए गए SI बॉण्ड एवं SI की पास बुक Show होंगे उन्हें  पुनः डाऊनलोड कर चेक कर लें।

(7) सही होने पर Claim Form Final Submit करें। इस हेतु Subimit With  Aadhar एवं Submit with Janaadhar के दो Options हैं उनमें से किसी एक को सेलेक्ट कर मोबाइल से प्राप्त OTP को Verify कर SI Claim Final Submit कर दें।

(8) फिर डेशबोर्ड पर Transaction टैब से Applied Claim Application का Print  ले लेवें।

(9) साथ ही Application  की हार्ड कॉपी के  साथ मूल राज्य बीमा की पास बुक,SI पॉलिसी का मूल बॉण्ड,तीन साल के GA 55 ,इसके साथ ही SIPF विभाग का प्रपत्र-क एवं परिशिष्ट प्रपत्र ( क) सभी सलंग्न कर  SI दावा प्रकरण DDO से प्रमाणित करवा कर सम्बंधित SIPF Office में जमा करवा देवें।

(8) बाद में आप द्वारा Applied SI Claim Application का Status Track your Application टैब से कभी भी देख सकते है।

नोट:-निदेशक राज्य बीमा एवं प्रावधायी निधि विभाग जयपुर के आदेश क्रमांक:एफ 19/बीमा/व्यय.एवंपं.2010-11/1068-1118/Dated:04.12.19 के अनुसार राजस्थान सरकारी  कर्मचारी बीमा नियम 1998 के नियम-39(2)(i) के प्रावधान के अनुसार अगर कार्मिक चाहें तो अपनी सेवानिवृति तिथि के बाद आने वाले 31 मार्च तक अपनी SI की पॉलिसी बढ़ाना चाहे तो अपना लिखित में विकल्प  भरकर सम्बंधित SIPF Office में जमा करवाकर अपनी पॉलिसी को बढ़ा सकता है उसे उक्त अवधि का प्रीमियम उसे चालान से हर महीने भरना होगा।

एडमिन पैनल

रविवार, 5 जुलाई 2020

No idea is stupid

A letter  which  created history

Date: 02 - 07 - 1909
Divisional Railway Officer,
Sahibgunj,

Respected Sirs,
I am arrive by passenger train Ahmedpur station and my belly is too much swelling with jackfruit. I am therefore went to privy. Just I doing the nuisance that guard making whistle blow or train to go off and I am running with lotaah in one hand and dhoti in the next when I am fall over and expose all my shocking to man and female women on platform. I am got leaved at Ahmedpur station. This too much bad, if passenger go to make dung that dam guard not wait train five minutes for him. I am therefore pray your honour to make big fine on that guard for public sake. Otherwise I am making big report to papers.(ORIGINAL LETTER)

Your faithful Servant,
Okhil Chandra Sen

Okhil Babu wrote this letter to the Sahibganj divisional railway officer in 1909. It is on display at the Railway Museum in New Delhi. It was also reproduced under the caption Travellers Tales in the Far Eastern Economic Review.

Any guesses why this letter is of Historic Value?

It led to the introduction of TOILETS in trains in India...!!!!

So no idea is stupid  and 
Always speak up...
(Howsoever bad  or good you may be at any language)...

A letter which created history.

बुधवार, 22 अप्रैल 2020

बहु बीती, थोड़ी रही, पल पल गयी बिताई

एक पुरानी कथा इस समय के लिए आज भी बिल्कुल प्रसांगिक है

एक राजा को राज भोगते काफी समय हो गया था । बाल भी सफ़ेद होने लगे थे । एक दिन उसने अपने दरबार में उत्सव रखा और अपने गुरुदेव एवं मित्र देश के राजाओं को भी सादर आमन्त्रित किया । उत्सव को रोचक बनाने के लिए राज्य की सुप्रसिद्ध नर्तकी को भी बुलाया गया ।
 ...
राजा ने कुछ स्वर्ण मुद्रायें अपने गुरु जी को भी दीं, ताकि नर्तकी के अच्छे गीत व नृत्य पर वे उसे पुरस्कृत कर सकें । सारी रात नृत्य चलता रहा । ब्रह्म मुहूर्त की बेला आयी । नर्तकी ने देखा कि मेरा तबले वाला ऊँघ रहा है और तबले वाले को सावधान करना ज़रूरी है,वरना राजा का क्या भरोसा दंड दे दे । तो उसको जगाने के लिए नर्तकी ने एक दोहा पढ़ा -
...
"बहु बीती, थोड़ी रही, पल पल गयी बिताई । 
एक पल के कारने, ना कलंक लग जाए ।"
...
अब इस दोहे का अलग-अलग व्यक्तियों ने अपने अनुरुप अर्थ निकाला । तबले वाला सतर्क होकर बजाने लगा । 
...
जब यह दोहा  गुरु जी ने सुना और गुरु जी ने सारी मोहरें उस नर्तकी को  अर्पण कर  दीं ।
...
दोहा सुनते ही राजा की लड़की ने  भी अपना नौलखा हार नर्तकी को भेंट कर दिया ।
...
दोहा सुनते ही राजा के पुत्र युवराज ने भी अपना मुकट उतारकर नर्तकी को समर्पित कर दिया ।
...
राजा बहुत ही अचिम्भित हो गया ।
सोचने लगा रात भर से नृत्य चल रहा है पर यह क्या! अचानक एक दोहे से सब  अपनी मूल्यवान वस्तु बहुत ही ख़ुश हो कर नर्तिकी को समर्पित कर रहें हैं , 
 राजा सिंहासन से उठा और नर्तकी को बोला एक दोहे द्वारा एक सामान्य नर्तिका  होकर तुमने सबको लूट लिया ।"
...
जब यह बात राजा के गुरु ने सुनी तो गुरु के नेत्रों में आँसू आ गए और गुरु जी कहने लगे - "राजा ! इसको *नीच नर्तिकी  मत कह, ये अब मेरी गुरु बन गयी है क्योंकि इसने दोहे से मेरी आँखें खोल दी हैं । दोहे से यह कह रही है कि मैं सारी उम्र जंगलों में भक्ति करता रहा और आखिरी समय में नर्तकी का मुज़रा देखकर अपनी साधना नष्ट करने यहाँ चला आया हूँ,
भाई ! मैं तो चला ।" यह कहकर गुरु जी  अपना कमण्डल उठाकर जंगल की ओर चल पड़े ।
...
राजा की लड़की ने कहा - "पिता जी ! मैं जवान हो गयी हूँ । आप आँखें बन्द किए बैठे हैं, मेरी शादी नहीं कर रहे थे और आज रात मैंने आपके महावत के साथ भागकर अपना जीवन बर्बाद कर लेना था । लेकिन इस *नर्तकी के दोहे ने मुझे सुमति दी है कि जल्दबाजी मत कर कभी तो तेरी शादी होगी ही । क्यों अपने पिता को कलंकित करने पर तुली है ?"
...युवराज ने कहा -* "पिता जी ! आप वृद्ध हो चले हैं, फिर भी मुझे राज नहीं दे रहे थे । मैंने आज रात ही आपके सिपाहियों से मिलकर आपका कत्ल करवा देना था । लेकिन इस *नर्तकी के दोहे ने समझाया कि पगले ! आज नहीं तो कल आखिर राज तो तुम्हें ही मिलना है, क्यों अपने पिता के खून का कलंक अपने सिर पर लेता है । धैर्य रख ।"
जब ये सब बातें राजा ने सुनी तो राजा को भी आत्म ज्ञान हो गया । राजा के मन में वैराग्य आ गया । राजा ने तुरन्त फैंसला लिया - "क्यों न मैं अभी युवराज का राजतिलक कर दूँ ।" फिर क्या था, उसी समय राजा ने युवराज का राजतिलक किया और अपनी पुत्री को कहा - "पुत्री ! दरबार में एक से एक राजकुमार आये हुए हैं । तुम अपनी इच्छा से किसी भी राजकुमार के गले में वरमाला डालकर पति रुप में चुन सकती हो ।" राजकुमारी ने ऐसा ही किया और राजा सब त्याग कर जंगल में गुरु की शरण में चला गया ।
...यह सब देखकर नर्तकी ने सोचा -* "मेरे एक दोहे से इतने लोग सुधर गए, लेकिन मैं क्यूँ नहीं सुधर पायी ?" उसी समय नर्तकी में भी वैराग्य आ गया । उसने उसी समय निर्णय लिया कि आज से मैं अपना बुरा नृत्य  बन्द करती हूँ और कहा कि "हे प्रभु ! मेरे पापों से मुझे क्षमा करना । बस, आज से मैं सिर्फ तेरा नाम सुमिरन करुँगी ।"

*Same is true for us at this lockdown

*"बहु बीती, थोड़ी रही, पल पल गयी बिताई ।

(We all have made 21 days lockdown a success now stay home again for 2nd lockdown)

*एक पल के कारने, ना कलंक लग जाए*

  (By breaking this lockdown Only for few moments will be  devastation for all of us)

 *So, please stay at home,stay safe,Stay positive.*