बुधवार, 19 अगस्त 2015

रावण जब रणभूमि में मृत्युशय्या पर

रावण जब रणभूमि में मृत्युशय्या पर अंतिम सांसे ले रहा था तब उसने श्री राम से कहा-
'राम मैं तुमसे हर बात में श्रेष्ठ हूँ।
जाति मेरी ब्राह्मण हैं, जो तुमसे श्रेष्ठ है।
आयु में भी तुमसे बड़ा हूँ,
मेरा कुटुम्ब तुम्हारे कुटुम्ब से बड़ा है।
मेरा वैभव तुमसे अघिक हैं,
तुम्हारा महल स्वर्णजड़ित है परन्तु मेरी पूरी लंका ही स्वर्ण नगरी है,
मैं बल और पराक्रम में भी तुमसे श्रेष्ठ हूँ,
मेरा राज्य तुम्हारे राज्य से बड़ा है,
ज्ञान और तपस्या में तुमसे श्रेष्ठ हूँ।
इतनी श्रेष्ठताओं के होने पर भी रणभूमि में मैं तुमसे परास्त हो गया।
सिर्फ इसलिये कि
तुम्हारा भाई तुम्हारे साथ है, और मेरा भाई ...????

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