मंगलवार, 18 अगस्त 2015

शादी मे बुफेट  खाने में वो आनंद  नहीं जो पंगत में आता था

शादी मे बुफेट  खाने में वो आनंद  नहीं जो पंगत में आता था जैसे....
पहले जगह रोकना !
बिना फटे पत्तल दोनों का सिलेक्शन!
फिर पत्तल पे ग्लास रखकर उड़ने से रोकना!
नमक रखने वाले को जगह बताना यहां रख!
दाल सब्जी देने वाले को गाइड करना हिला के दे या तरी तरी देना!
उँगलियों के इशारे से 2 गुलाब जामुन लेना !
पूरी छाँट छाँट के गरम गरम  लेना !.      
पीछे वाली पंगत में झांक के देखना क्या क्या आ गया ! अपने इधर और क्या बाकी है।
जो बाकी है उसके लिए आवाज लगाना    
पास वाले रीश्तेदार के पत्तल ने जबरदस्ती पूडी रखवाना !
और सबसे महत्वपूर्ण खाने के बाद नमक ke paani me हाथ ऐसे रगड़ना जैसे रोज अपने घर पर यही करते है।

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